चोट लगे तुझको तो दर्द मुझे होता है , भाई -भाई में अक्सर ये होता है। ... भाई बहुत छोटा शब्द है , मगर इसको परिभाशित करना बहुत है मुश्किल है। इसे ना तो शब्दोंं से और ना ही किसी किताबों से नाप सकते है । इसे बस भावनाएँ और दिल की गहराइयों से माप सकते है । जिंदगी में तीन मानव की अहम् भूमिका होती है- (1) भाई , (2) पिता , (3) माँ केवल भाई का ही रिश्ता ऐसा है।, जो पिता की तरह डांट सकता है , माँ की तरह दुलार सकता है , बहन की तरह लड़ सकता है, और दोस्त की तरह मुश्किल में खरा रह सकता है । भाई के बिना ना तो घर -घर होता है। और न ही अपने -अपने । और जिस घर में भाई का साथ होता है , वह घर फिर मंदिर होता है । 🙏🙏 भाई पर रख विस्वास् और खुदा पर आस्था । मुश्किल चाहे जैसी भी हो निकाल लेंगे कोई रास्ता । चाहे कितना भी लड़ लो भाई - भाई में, अगर आंच आई किसी औरोंं से लड़ाई में , तो सिर्फ काम तुम्हें भाई ही दे सकता है। अच्छे दोस्त और अच्छे भाई किस्मत वाले को मिलता है। बुरे समय में भी साथ निभाने ...
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